चंपावत जिले से एक दुखद घटना सामने आई जहां शिशु मंदिर की एक शिक्षिका की मौत ने हर किसी को झकजोर के रख दिया। यहां एक शिक्षिका ने चूहे मारने की दवा को बिस्किट समझकर चाय के साथ खा लिया। पहले तो महिला शिक्षिका की तबियत खराब हुई जिससे महिला को अस्पताल भर्ती कराया गया।
लेकिन तब तक तबियत ज्यादा बिगड़ चुकी थी जिससे इलाज के दौरान ही महिला की मौत हो गई। पोस्मार्टम के बाद महिला के शव को परिजनों को सौंप दिया गया। जानकारी के मुताबिक चंपावत जिले के अमोडी गांव निवासी 18 वर्षीय विमला शिक्षिका के तौर पर वहां के शिशु मंदिर में तैनात थी। मृतिका के पिता के अनुसार रोजाना की तरह ही शनिवार को पड़ोस के बच्चे उसके पास ट्यूशन पढ़ने आए थे।
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उसी दौरान विमला ने रसोई में चाय बनाकर अपने कमरे में चली गई। जहां उसके कमरे में एक कागज पर चूहे मारने की दवा रखी हुई थी जो बिस्किट के समान थी। विमला ने उसे बिस्किट समझ चाय में घोलकर खा लिया। जिससे उसकी मौत हो गई। अब विमला का परिवार पूरी तरह से टूट गया है क्योंकि विमला के ऊपर घर की सारी जिम्मेदारियां थी।
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