साल 2020 और 2021 पूरी दुनिया के लिए कष्टों से भरा रहा जिससे आने वाले साल 2022 में सबको नई शुरुआत की उम्मीद है कि आने वाला ये नया साल पुराने सारे दुख दूर करे। 2021 खत्म होने में कुछ ही दिन शेष रह गए हैं ऐसे में इस साल का आंकलन किया जाए तो 2021 भारत के लिए सबसे मनहूस साल रहा है।
कोरोना वायरस के खौफ ने लोगों की सारी उम्मीदें तबाह कर दी थी। भारत पूरे साल कोरोना से लड़ता रहा और अभी भी जिंदगी और मौत के बीच की जंग जारी है। लेकिन 2021 में एक महीना ऐसा भी आया जिसने पूरे देश को झकझोर के रखा, और लगभग सभी को रोने पर मजबूर किया। 2021 में सबसे मनहूस महीना मई का महीना रहा।
मई के महीने में लोगों को मौत का ऐसा मंजर दिखा जो शायद ही कभी दिखा हो। मई 2021 में संक्रमण के बाद से सबसे ज्यादा मौतें हुई थी। मई 2021 में कोरोना के 90 लाख से ज्यादा केस दर्ज हुए थे। वहीं मौतों का आंकड़ा भी डरा देने वाला था। मई 2021 में कुल 1 लाख 20 हजार लोगों की जान गई। पहली बार लोग ऑक्सीजन के लिए इधर उधर भटकते दिखाई दिए।
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वहीं मरने के बाद अपने ही परिवार के लोग डेड बॉडी को छू भी नहीं सकते थे। शमशान घाट पर परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ रहा था। वहीं कई शहरों में लोगों को शमशान घाट और कब्रिस्तान तक नसीब नहीं हुए। इस प्रकार से साल 2021 ने पूरे देश को मौत के मंजर में बदल के रख दिया था। अपनों को खोने की सबसे ज्यादा अहमियत पता चली। उम्मीद है आने वाला साल 2022 नई उम्मीदों के साथ आए।
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