केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) को एक नए रूप में निखारने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में अब केदारनाथ धाम का सफर और भी आसान होने वाला है। केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) तक की चढ़ाई चढ़ने में जिन यात्रियों को परेशानी होती थी अब उनका सफर आसान होने वाला है। अब सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) तक रोपवे (Ropeway) के निर्माण की परियोजना तैयार की जा रही है।
रोपवे निर्माण की परियोजना केदारनाथ ही नहीं बल्कि हेमकुंड साहिब (Hemkund Sahib) के लिए भी तैयार की जा रही है। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर की मानें तो केदारनाथ धाम में रोपवे (Ropeway in kedarnath dham) का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यह विश्व का सबसे लंबा रोपवे बन जायेगा।
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इस रोपवे की लंबाई लगभग 11.5 किमी होगी और मात्र 25 मिनट में सोनप्रयाग से केदारनाथ (sonprayag to kedarnath) तक का सफर पूरा हो जाएगा। केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) समुद्र तल से 11500 मीटर की ऊंचाई पर स्तिथ है और गौरीकुंड से केदारनाथ (Gaurikund to Kedarnath) की पैदल दूरी 16 किमी है जिसको तय करने में यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में केदारनाथ धाम में रोपवे (Ropeway in kedarnath dham) का निर्माण सराहनीय है।
जिससे बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को आने जाने में और भी ज्यादा आसानी हो जायेगी। केदारनाथ धाम में रोपवे (Ropeway in kedarnath dham) के निर्माण के बाद स्थानीय लोगों ने हेमकुंड साहिब में रोपवे (Ropeway in Hemkund Sahib) निर्माण को लेकर सरकार पर जोर डाला तो सरकार ने इसे भी मंजूरी दे दी। हेमकुंड साहिब की पैदल दूरी घांघरिया से लगभग पांच किमी है।
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