किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए उत्तराखंड में शुरू हुई मिशन मिठास पहल, देखिए क्या है खास

Suraj Rana
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मिशन मिठास (mission sweetness)

उत्तराखंड के लोग किसान और खेती पर अत्यधिक निर्भर रहते हैं। ऐसे में गन्ने की खेती को उत्तराखंड में बढ़ावा देने के लिए मिशन मिठास (mission sweetness) की शुरुआत की गई है जिसकी पहल उधम सिंह नगर और नैनीताल जिले से शुरू होगी। 3 सालों के अभियान के तहत इन जिलों में अच्छी देख रेख से प्राकृतिक तरीके से गन्ने को उगाया जायेगा। जिसके बाद गन्ने से गुड़, जूस, शक्कर और खांड जैसे उत्पाद बनेंगे। जिन उत्पादों को उत्तराखंड जैविक बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया जायेगा। जिसके बाद सभी उत्पाद बाजारों में अलग अलग कीमत से मिलेंगे और किसानों को आर्थिक सहायता प्राप्त होगी। 

वैसे बात की जाए तो उत्तराखंड में उधम सिंह नगर, नैनीताल, देहरादून और हरिद्वार में लगभग 90 हजार हेक्टेयर भूमि में गन्ने को उगाया जाता है। अकेले ऊधम सिंह नगर में ही करीब 24 हजार हेक्टेयर भूमि पर गन्ने की खेती होती है। मिशन मिठास (mission sweetness) की पहल के चलने के बाद उत्तराखंड के लोगों में एक बार प्राकृतिक उत्पादों के लिए रुचि बढ़ेगी। दोनों जिलों उधम सिंह नगर व नैनीताल से 29 किसानों को चुना गया वहीं अभी तक 20 एकड़ जमीन में गन्ने को बोया गया है।  

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गन्ने की खेती के लिए पर्याप्त बीज बोने के लिए उत्तराखंड जैविक बोर्ड ने अलग अलग शहरों से बीज मंगवाएं हैं। अक्टूबर माह में 20 एकड़ भूमि पर बुवाई की गई। इसको सही से उगाने के लिए वर्मी कंपोस्ट, गोबर, जीवामृत, घनामृत आदि खाद का प्रयोग किया जाएगा। जैविक खाद से 3 साल तक फसल उगती है जिसे जैविक उत्पाद कहते हैं। उत्तराखंड जैविक बोर्ड फसल की अच्छी गुणवत्ता और परख से ही इसे इस्तमाल करने की हरी झंडी दिखाता है। 

उत्तराखंड जैविक बोर्ड ने स्वयं सहायक किसानों को ढूंढा ताकि वे गन्ने की खेती के लिए जैविक तरीके से फसल उगाएं। गन्ने को अच्छी प्रकार की देख रेख में उगाने के बाद इससे बनने वाले उत्पादों को बनाने के लिए किसानों को पर्याप्त साधन उपलब्ध कराए जाएंगे। जिसके बाद इन उत्पादों को बाजार में उचित मूल्य पर बेचा जाएगा। मिशन मिठास (mission sweetness) की पहल से तैयार होने वाले ब्रांड का नाम जैव ईख ब्रांड रखा गया है। इस प्रकार की पहल से गांवों में खेती के प्रति कम हो रहे रुझान को रोका जा सकेगा और लोगों की रुचि खेती में आगे बढ़ेगी।

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