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| चिरबटिया- Chirbatiya the tourist destination |
चिरबटिया | Chirbatiya The Tourist Destination
चिरबटिया (Chirbatiya) उत्तराखंड के पहाड़ों के बीच वादियों में बसा एक सुंदर गांव है। चिरबटिया (Chirbatiya) गांव टिहरी और रुद्रप्रयाग जिले की ठीक सीमा पर बसा है, लेकिन चिरबाटिया को रुद्रप्रयाग जिले में चिन्हित किया जाता है।
चिरबटिया (Chirbatiya) ग्रामीण इलाके में होने के कारण और ज्यादा चर्चित ना होने के कारण इस खूबसूरत जगह के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से चिरबटिया का नाम उत्तराखंड के मुख्य पर्यटक स्थलों के बीच गिना जाने लगा है।
हाल ही में चिरबटिया (Chirbatiya) गांव को उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटक स्थलों में शामिल किया गया। चारों ओर से पहाड़ों की उपिस्थिति से इस गांव की सुंदरता को ओर ज्यादा बढ़ाती है। गांव में एक कृषि विश्वविद्यालय भी है, लेकिन ज्यादा विकास ना होने के कारण यहां सुविधाएं बहुत कम हैं।
देश की सेवा में समर्पित है चिरबटिया (Chirbatiya) गांव
आपको बता दें कि चिरबटिया (Chirbatiya) गांव के नौजवानों में देश की सेवा के लिए फौज में भर्ती होने का अलग ही जुनून है। लगभग 70 से भी ज्यादा सैनिक देश की सेवा पर कार्यरत हैं, और कुछ बड़े पद पर भी काबिज हैं।
चिरबटिया (Chirbatiya) गांव की सबसे खास बात यह है कि, हर साल या हर भर्ती में एक या उससे ज्यादा नौजवान भारतीय सेना में भर्ती होकर देश की रक्षा करते हैं। इन नौजवानों को मेहनत और लगन इतनी ज्यादा है कि उसका फल उन्हें मिल ही जाता है।
चिरबटिया (Chirbatiya) गांव के साहसी सैनिकों का इतिहास प्रथम विश्व युद्ध से भी जुड़ा हुआ है, गांव के दो सैनिक भाई देव सिंह और शहिद मुरारी सिंह प्रथम विश्व युद्ध में अंग्रेजों से देश के लिए लड़ते हुए शहीद हो गए थे। वहीं दिल सिंह और उमराव सिंह भी बाद में आजाद हिन्द फौज का हिस्सा थे।
हाफ मैराथन का होता है आयोजन
गांव के विकास और लोगों की शारीरिक जागरूकता के लिए चिरबटिया (Chirbatiya) में हर साल हाफ मैराथन का आयोजन किया जाता है। इसकी शुरुआत 29 अगस्त 2018 को सर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस के दिन हुई थी, 29 अगस्त खेल दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
"एक दौड़ पहाड़ की ओर" का यह नारा पूरे उत्तराखंड में प्रसिद्ध है। इस दौड़ में किसी भी उम्र वर्ग के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। चाहे वो बच्चे हो, जवान हो या फिर बूढ़े हो। महिलाएं भी इस दौड़ में बढ़ चढ़कर प्रतिभाग करती हैं जो इस दौड़ को ओर रोमांचित बनाती है।
बर्फीले मौसम का सफर है चिरबटिया (Chirbatiya)
समुद्र तल से लगभग 2000 फीट की ऊंचाई पर होने की वजह से यहां का मौसम ज्यादातर ठंडा ही रहता है। ठंड के मौसम में चिरबटिया (Chirbatiya) ज्यादातर बर्फ से ही ढका रहता है। बर्फ की सफेद चादर इस गांव की खूबसूरती को ओर बढ़ावा देती है। चिरबटिया (Chirbatiya) में एक मुख्य पहाड़ी है जिसका नाम राजबंगा है। साल के ज्यादातर महीनों में ठंडा होने के बावजूद इस गांव के लोग आसानी से जीवन यापन करने में कुशल हैं।



