देहरादून से एक खौफनाक मामला सामने आया जहां दूसरी जाति के लड़के से प्यार करने पर भाईयों ने अपनी ही बहन को मौत के घाट उतार दिया। जानकारी के हिसाब से 13 दिसंबर को देहरादून रायपुर के गांव सौडा सरौली के जंगलों में पत्थरों के नीचे दबा हुआ एक शव बरामद हुआ। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को करीब डेढ माह पूर्व का बताया वहीं कपड़ों से महिला के शव का होना ज्ञात हुआ।
शव काफी सड़ी गली अवस्था में था पहचान के लिए पुलिस ने शव की फोटो सोशल मीडिया और अखबारों के माध्यम से शेयर की। 20 दिसंबर को राजीव नगर रिस्पना पुल का निवासी मुनटुन भगत ने मृतक महिला की पहचान अपनी साली रीना के रूप में की। मृतका कोटवा जिला मोतिहारी, बिहार की रहने वाली थी और हाल निवास उसका देहरादून राजीव नगर था। शख्स ने बताया की रीना अक्टूबर में ही बिहार से देहरादून आई थी और यहां वो अपने भाई सुभाष उसकी पत्नी फूल कुमारी और दूसरा भाई संदीप के साथ रह रही थी।
मुनटुन ने पुलिस को जानकारी दी कि 6 नवंबर को उसकी सुभाष से बात हुई तो उसने बताया कि रीना बिहार चली गई। फोटो देख उसने बिहार में रीना के घर पता किया तो पता चला कि केवल रीना का भाई संदीप घर पहुंचा है। बिहार में उसके घरवाले सोच रहे थे की रीना देहरादून में अपने दूसरे भाई के साथ है।
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पुलिस ने बिहार जाकर मृतका के घर पूछताछ की तो संदीप पर उन्हें शक हुआ। उसके बाद कड़ी पूछताछ से 6 नवंबर को देहरादून में अपने भाई और भाभी के साथ मिल रीना की हत्या करना संदीप ने स्वीकारा। जिसके बाद तीनों को गिरफ्तार किया गया। संदीप ने बताया कि उसकी बहन रीना गांव में ही छोटी बिरादरी के लड़के से प्यार करती थी और रात भर गायब रहती थी। वो उसके साथ ही शादी करने की जिद पर अड़ी हुई थी। जिससे वहां के समाज में उनकी काफी बेइज्जती हो रही थी।
रीना की इन हरकतों को देख बदनामी के डर से तंग आकर 6 नवंबर को संदीप उसका भाई सुभाष और भाभी फूलकुमारी रीना को घुमाने के बहाने रायपुर के सौडा सरौली के जंगलों में ले गए। जहां थोड़ी देर घूमने के बाद सुभाष ने रीना का गला घौंटा और संदीप व फूलकुमारी ने रीना के हाथ पैर पकड़े। जिसके बाद उन्होने रीना का मृत शरीर जंगल में ही पत्थरों के नीचे दबा दिया। हत्या के बाद संदीप उसी दिन बिहार चले गया और सुभाष और उसकी पत्नी राजीव नगर आ गए।
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