पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) में 319 युवा जाबांज
भारतीय सैन्य अकादमी में पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) को बहुत दिनों से खास बनाने की तैयारी जोरों शोरों पर थी। आज होने वाली वाली पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) में भारतीय थल सेना को 319 नए युवा जाबांज मिलेंगे और साथ मित्र देशों के 68 कैडेट्स को भी पास आउट किया जाएगा। राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) में निरीक्षण करेंगे और पास आउट होने वाले सभी जाबाजों को सलामी देंगे। कोविड 19 के बढ़ते प्रभाव को देख सतर्कता बरतने पर खास ध्यान दिया जाएगा।
इस पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) को यादगार बनाने की तैयारी कई दिनों से की जा रही थी। साल 1971 में हुए भारत पाकिस्तान के युद्ध भारतीय सेना ने की जीत हुई थी जिसके 50 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित ये परेड बहुत खास है। हालांकि हाल ही में तमिलनाडु में हुई दुखद घटना में देश के पहले सीडीएस समेत उनकी पत्नी और 11 सेना के अधिकारी मारे गए। सीडीएस बिपिन रावत को भी पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) का हिस्सा होना था। इसी वजह से 10 दिसंबर को होने वाली कमांडेंट परेड को स्थगित किया गया था।
पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) के बाद 387 युवा जाबांज अलग अलग देशों में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे जिनमें से 319 युवा जाबांज सिपाही भारतीय थल सेना को मिलेंगे। वहीं शेष 68 युवा सेना अधिकारी अफगानिस्तान, मालद्वीप, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, तंजानिया, म्यांमार और तुर्कमेनिस्तान की सेना के सिपाही बनेंगे जो की भारत के साथी मित्र देश हैं। पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) के बाद भारतीय सैन्य अकादमी के नाम देश विदेश में 63 हजार 668 युवा सैन्य सिपाही देने का कीर्तिमान हासिल होगा।
देवभूमि उत्तराखंड से देश को मिलेंगे 43 नए जाबांज
देवभूमि उत्तराखंड के युवा सदैव भारतीय सेना के प्रति पूर्ण समर्पित रहते हैं। आज होने वाली पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) में भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) को देवभूमि उत्तराखंड से 43 नए युवा जाबांज सिपाही मिलेंगे। जबकि पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) में हिस्सा लेने वाले कुल 319 भारतीय हैं। जबकि सबसे ज्यादा युवा जाबांज सिपाही उत्तर प्रदेश से पास आउट होने वाले जेंटलमैन होंगे।