पहाड़ी इलाकों में कम हो रहे मतदाताओं की असली वजह क्या है?

Suraj Rana
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पहाड़ी इलाकों में कम हो रहे मतदाताओं की असली वजह क्या है?

पहाड़ी इलाकों में शहरी क्षेत्रों के मुकाबले कम मतदाता हैं, इस बात की सबसे बड़ी वजह पलायन को माना गया है। एसडीसी फाउंडेशन ने इसे मुख्य वजह माना है। एसडीसी फाउंडेशन ने बताया कि इससे पहाड़ी इलाकों में लोकतंत्र की आवाज कमजोर हो रही है। एसडीसी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल द्वारा पलायन और उत्तराखंड चुनाव पर सर्वे किया गया। 

सर्वे में सामने आया कि पहाड़ी इलाकों में मतदाता काम होने के साथ उनमें से भी कम लोग ही वोट देने जाते हैं। ये संख्या छोटी मोटी नहीं है बल्कि करीब 40 प्रतिशत लोग मतदान नहीं करते। इस बात की सबसे बड़ी वजह ये है कि पहाड़ी जिले के लोगों को मतदान के प्रति ज्यादा जागरूक नहीं किया जाता और चुनाव में खड़े बड़े नेता उनसे बस चुनाव के समय ही रूबरू हो पाते हैं। 

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2017 के मतदान सर्वे के अनुसार पहाड़ी जिलों का औसत मतदान 65.60 प्रतिशत रहा है। पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोग खुद को विकास के नाम पर असहाय मानते हैं। इसलिए यहां से लोग या तो पलायन कर जाते हैं या फिर पूरी जिंदगी यूंही गुजारते हैं। सर्वे में माना गया कि अधिकतर लोगों की मांगे यहां पूरी नहीं होती चाहे वो सड़क निर्माण को लेकर हो या फिर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए।

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