भारत के पर्वतीय राज्यों के सुशासन (good governance) सर्वे के मुताबिक पर्यावरण और उससे संबंधित अन्य गतिविधियों में अन्य राज्यों की तुलना में उत्तराखंड राज्य की रैंकिंग कम रही है। सर्वे के मुताबिक उत्तराखंड में कृषि, जनस्वास्थ्य, नागरिक केंद्रित सुशासन, सामाजिक कल्याण, उद्यानिकी, जन सुरक्षा और न्यायिक स्वास्थ्य के मामलों में उत्तराखंड राज्य की रैंकिंग में सुधार हुआ है।
देश में कुल 11 उत्तर पूर्वी और पर्वतीय राज्य हैं जिनमें सुशासन के मामले में उत्तराखंड तीसरे नंबर खिसक गया है। नीति आयोग ने पिछले कुछ दिन पहले ही 2020-21 की जारी सुशासन (good governance) की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया। सुशासन (good governance) रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल लगातार दूसरे साल भी पहले स्थान पर है।
सुशासन (good governance) रिपोर्ट के मुताबिक पर्यावरण, अवस्थापना गतिविधियों के मामले में अन्य पर्वतीय राज्यों की तुलना में उत्तराखंड की रैंकिंग में गिरावट दिखी। कृषि के क्षेत्र में मिजोरम का स्कोर सबसे बेहतर रहा वहीं उत्तराखंड सातवें तो हिमाचल आठवें पायदान पर रहा। वाणिज्य एवं उद्योग के सूचकांक में जम्मू कश्मीर पहले, हिमाचल दूसरे तो उत्तराखंड तीसरे स्थान पर रहा।ये भी पढ़ें: उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में सूखे प्राकृतिक जलस्रोत, भारी मात्रा में आई गिरावट, जिम्मेदार कौन?
जनस्वास्थ्य के मामले में मिजोरम पहले हिमाचल छठवें तो उत्तराखंड सातवें पायदान पर रहा। जन अवस्थापना गतिविधि के मामले में हिमाचल पहले तो उत्तराखंड का आठवां स्थान रहा। न्यायिक मामलों को निपटाने, पुलिस और महिला पुलिस की उपलब्धता के मामले में उत्तराखंड का दूसरा स्थान रहा। वहीं जन केंद्रित सुशासन के मामले में उत्तराखंड का पहला स्थान रहा। वन क्षेत्रफल के मामले में उत्तराखंड राज्य आठवें पायदान पर रहा। 2019-20 की रिर्पोट के मुताबिक उत्तराखंड राज्य का स्कोर 4.87 था जो इस साल खिसकर 4.84 हो गया।
पर्वतीय राज्यों की कंपोजिट रैकिंग
राज्य रैकिंग स्कोर
हिमाचल 01 5.84
मिजोरम 02 4.87
उत्तराखंड 03 4.84
त्रिपुरा 04 4.50
सिक्किम 05 4.40
जम्मू कश्मीर 06 4.19
असम 07 4.04
नगालैंड 08 3.61
मणिपुर 09 3.48
मेघालय 10 3.47
अरुणाचल। 11 2.84
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