बारिश के कारण उत्तराखंड में हालात पस्त, देहरादून में सबसे ज्यादा रिकॉर्ड 521 मीमी बारिश
Uttarakhand Weather Update- पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण हालात बहुत बुरे बने हुए हैं| बारिश के कारण कई जगहों से बाढ़ जैंसी घटनाएं सामने आयी हैं, भूस्खलन के कारण बड़े बड़े पहाड़ ढेर हो गए तो कई जगह बादल फटने की घटनाएं भी सामने आई हैं|
आम लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो चूका है, बारिश के कारण लोगों का घर से निकलना बहुत मुश्किल हो गया| मुख्य सड़क मार्गों पर पहाड़ों के गिरने की ख़बरें भी सामने आयी हैं जिनमें बहुत से लोगों की दबने से मौत हो गई| हर तरफ बस प्राकृतिक तबाही का मंजर बना हुआ है| मौसम विभाग की मानें तो उत्तराखंड में 31 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट बना हुआ है|
भारी बारिश का क्या है प्रकोप?
इस भारी आपदा का सबसे ज्यादा दुष्परिणाम देहरादून-रानीखेत-ऋषिकेष को जोड़ने वाली सड़क के पूल का टूटना, टिहरी जिले के फकोट में गांव में स्तिथ हाईवे 94 का पूरे तरीके से ध्वस्त हो जाना, पिथौरागढ़ के धारचूला में बादल फटना, चंपावत-टनकपुर हाईवे का भूस्खलन से दबना, हल्द्वानी के पास वीर भट्टी में पुरे पहाड़ का निचे आ जाना, जोशीमठ के हाथी पर्वत का टूटना, ऋषिकेष-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग 58 में तोता घाटी के पास पहाड़ का टूटना, और भी ऐसी बहुत सारी और भयानक प्राकृतिक आपदाएं देवभूमि उत्तराखंड से पिछले कुछ दिनों में लगातार सामने आ रही हैं|
देहरादून में रिकॉर्ड 521 मिमी बारिश
उत्तराखंड के बाकी पहाड़ी इलाकों के मुकाबले राजधानी देहरादून में खतरे के आसार लगातार नजर आ रहे हैं| मौसम विभाग की मानें तो देहरादून में रिकॉर्ड 521 मिमी बारिश हुई है| सड़कों पर घुटनों तक पानी भरा हुआ है, लोगों को आवाजाही में लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है|
बारिश का प्रवाह इतना ज्यादा है कि सडकों के किनारे बने सारे नाले जाम हो गए हैं और सारा पानी सड़कों पर भर जाता है| देहरादून का गिरगिट तरह रंग बदलता मौसम भी एक बहुत बड़ी परेशानी का सबक बना हुआ है| कब साफ़ आसमान से बारिश का आगमन हो जाए सोचने से पहले ही मौसम करवट ले लेता है|


