जखोली- रुद्रप्रयाग के जखोली विकासखंड के जंगलो में भालुओं ने अपने आंतक से लोगों को दहशत के साये मे जीने को मजबूर कर दिया है। ऐसा कई बार देखा गया है कि गांव की महिलाएं घास लाने के लिए जंगल जाते समय भालू और अन्य वन्य जीवों का सामना करती हैं और कई बार उनके चुंगलों में आ जाती हैं। ऐसी ही एक घटना रुद्रप्रयाग के जखोली से शुक्रवार को सामने आई। जखोली विकासखंड के ग्राम पंचायत बुढना के एकलिंग से कुछ महिलाएं अपने मवेशियों के लिए घास लाने नजदीकी जंगल छप्पर गाड़ गई।
जब उन्हें जंगल में थोड़ा समय हो गया तभी अचानक से मौका देख भालू ने एक महिला के ऊपर झपटे से प्रहार किया। पीड़िता का नाम गुड्डी देवी, उम्र 44 वर्ष व पति का नाम अवतार सिंह है। जब गुड्डी देवी पर भालू ने हमला किया तो उनकी साथी महिला उनके पास मैं ही घास काट रही थी। भालू के झपटे से गुड्डी देवी चिल्लाने लगी, उनकी साथी महिला ने उनके चिल्लाने की आवाज सुनी और उनके पास पहुंच गई। थोड़ी देर में अन्य महिलाएं भी गुड्डी देवी के चिल्लाने की आवाज सुन दौड़ी चल पड़ीं। अधिक महिलाओं की भीड़ देख भालू के चुंगल से किसी प्रकार से गुड्डी देवी को बचाया जा सका। जिससे पहले भालू ने अपने पंजों से गुड्डी देवी की जांघ पर बुरे तरीके से प्रहार किया और गहरा जख्म दिया।
उसके बाद तुरंत साथी महिलाओं ने गांव के लोगों को फोन कर घटना के बारे में बताया। सूचना मिलते ही गांव के अन्य लोग वहां पहुंच गए। जिसके बाद एंबुलेंस को बुलाया गया और गुड्डी देवी को गांव के नजदीकी अस्पताल जखोली में भर्ती कराया गया। फिलहाल उनका इलाज चल रहा है। हालांकि उनके ऊपर विपदा का आलम यूं है कि उनके पति अवतार सिंह पिछले 12 सालों से शुगर की बीमारी की चपेट में हैं। और पिछले कुछ समय से उनका इलाज श्रीनगर गढ़वाल के बेस हॉस्पिटल में चल रहा है। और दुख की बात ये है कि इनकी कोई संतान नहीं है। ताकि कोई इनका ख्याल रख सके अब ग्रामीणों द्वारा ही दोनों की देखभाल की जायेगी। गांव के लोगों और प्रधान ने वन विभाग से गुड्डी देवी को उचित मुआवजा देने की गुहार लगाई है ताकि उनका ये दुखी समय किसी प्रकार से काट जाए।